‘हर किसी को जानने का हक इसमें कुछ भी गलत नहीं’
थरूर ने तिरुनवंतपुरम में एक कार्यक्रम में कहा, ‘अगर मनीष ने इसकी मांग की है तो मुझे यकीन है हर कोई इससे सहमत होगा। हर किसी को यह जानना चाहिए कि कौन नामित कर सकता है और कौन वोट कर सकता है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।’ बहरहाल, मिस्त्री ने कहा है कि पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव से जुड़ी पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और कांग्रेस के संविधान के मुताबिक है। उन्होंने इस हफ्ते की शुरुआत में कहा था कि पार्टी के संविधान के अनुसार निर्वाचक मंडल (डेलीगेट) की सूची को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता, लेकिन उम्मीदवारों को यह उपलब्ध कराई जा सकती है।
कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने ऐसे समय में पत्र लिखा है जब निर्वाचन सूची सार्वजनिक करने की मांग दिन-प्रतिदिन जोर पकड़ रही है और पार्टी के भीतर इस पर बहस तेज हो गई है। सूत्रों ने बताया कि अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे थरूर ने मिस्त्री को पत्र लिखा और निर्वाचन सूची प्रकाशित करने की मांग की। चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया में 10 प्रस्तावक शामिल हैं जो प्रदेश कांग्रेस समिति (पीसीसी) के प्रतिनिधि (डेलिगेट) होंगे।
सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि इन प्रतिनिधियों के बारे में जानना महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर उनका नाम अंतिम सूची में नहीं आता तो नामांकन पत्र खारिज हो सकता है। नेताओं की ओर से लिखे गए पत्रों और निर्वाचन सूची के प्रकाशन की मांग को लेकर उठ रही आवाजों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस ने इसे तवज्जो नहीं दी। पार्टी ने कहा कि एक के बाद एक आवाजें उठ रही हैं कि राहुल गांधी को पार्टी का अगला अध्यक्ष होना चाहिए।
थरूर के अलावा कार्ति और मनीष तिवारी भी कर चुके हैं मांग
पार्टी के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, ‘अगर आप देश के कोने-कोने के हर कार्यकर्ता से चाय पीते या खाना खाते समय पूछेंगे, तो वह यही कहेगा, हमारी इच्छा है कि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालें।’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस का चुनावी कार्यक्रम सबके सामने है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव कांग्रेस के संविधान और पूरी व्यवस्था के अनुसार होगा।’मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम और थरूर ने बुधवार को भी पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन सूची सार्वजनिक करने की मांग की थी।
कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह में शामिल रहे तिवारी के साथ ही थरूर ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव से जुड़े निर्वाचक मंडल की सूची सार्वजनिक नहीं किये जाने पर वस्तुत: सवाल खड़े करते हुए बुधवार को कहा था कि चुनाव से संबंधित पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी होनी चाहिए। पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का इरादा जता चुके थरूर ने तिवारी से सहमति जतायी और कहा कि हर किसी को यह जानने का हक है कि कौन नामित कर सकता है तथा कौन मतदान कर सकता है।
कब है चुनाव और कब आएंगे नतीजे
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने निर्वाचन सूची सार्वजनिक करने की मांग कर रहे नेताओं को जवाब दिया कि उन्हें भ्रम नहीं फैलाना चाहिए और ‘‘मुक्त व्यवस्था’’ पर गर्व होना चाहिए। पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख आठ अक्टूबर होगी और अगर जरूरत पड़ी तो 17 अक्टूबर को चुनाव कराए जाएंगे। नतीजों की घोषणा 19 अक्टूबर को की जाएगी।