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हाइलाइट्स

  • गुजरात में विजय रुपाणी ने मुख्‍यमंत्री पद से दिया इस्‍तीफा
  • सीएम पद के लिए चार नेताओं के नाम पर हो रही चर्चा
  • इनमें से दो केंद्रीय मंत्री और एक राज्‍य का डेप्‍युटी सीएम है
  • गुजरात बीजेपी के प्रदेश अध्‍यक्ष भी सीएम पद की रेस में

अहमदाबाद
अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले गुजरात में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ है। मुख्‍यमंत्री विजय रुपाणी ने शनिवार को अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया। अब राजनीतिक गलियारों में बीजेपी के उन चार कद्दावर नेताओं के नाम पर जोरों से चर्चा हो रही है, जिन्‍हें नया मुख्‍यमंत्री बनाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, गुजरात के डेप्‍युटी सीएम नितिन पटेल और गुजरात बीजेपी अध्‍यक्ष सीआर पाटिल में से कोई एक नया सीएम बन सकता है।

मोदी सरकार में मांडविया के पास अहम जिम्‍मेदारी
नरेंद्र मोदी सरकार ने हाल ही में अपने कैबिनेट का विस्‍तार किया था। इसमें गुजरात से राज्‍य सभा सदस्‍य मनसुख मांडविया (49) को भी शामिल किया गया। उन्‍हें डॉ हर्षवर्धन की जगह पर देश का नया स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री बनाया गया। वह इसके पहले भी मोदी सरकार में सड़क परिवहन राज्‍य मंत्री रह चुके हैं। 2015 में मांडविया बीजेपी के सबसे युवा महासचिव बने थे। पहली बार 2012 में गुजरात से राज्‍य सभा सदस्‍य बने मांडविया 2018 में दोबारा इस पद के लिए चुने गए। वर्ष 2002 से 2007 तक गुजरात विधानसभा के सदस्‍य भी रह चुके हैं। गुजरात के सीएम पद के लिए इनका नाम सबसे आगे चल रहा है। उन्‍हें पीएम मोदी के करीबी नेताओं में शुमार किया जाता है।

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प्रभावशाली पटेल समुदाय से आते हैं पुरुषोत्‍तम रुपाला
केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्‍तम रुपाला ने 1980 के दशक में बीजेपी के साथ अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था। 1991 में वह अमरेली विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। वह तीन बार इस सीट से विधायक रहे हैं। 2016 में उन्‍होंने राज्‍य सभा सदस्‍य के तौर पर अपना कार्यकाल शुरू किया। 66 साल के रुपाला गुजरात में प्रभावशाली पटेल समुदाय से आते हैं। 30 मई, 2019 को उन्‍हें केंद्र सरकार के कृषि और किसान कल्‍याण मंत्रालय में राज्‍य मंत्री बनाया गया। हाल ही में उन्‍होंने मोदी सरकार में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। किसान और राजनेता होने के अलावा वो अमरेली के हमापुर में आने वाले हाईस्‍कूल के प्रधानाचार्य भी रहे हैं। इसके अलावा वो छात्रों और किसानों से जुड़ी पहल में शामिल रहे हैं।

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क्‍या इस बार खुलेगी डेप्‍युटी सीएम नितिन पटेल की किस्‍मत?
नए मुख्‍यमंत्री की रेस में 65 वर्षीय डेप्‍युटी सीएम नितिन पटेल का नाम भी शामिल बताया जा रहा है। लंबे समय से पूरे उत्तर गुजरात में नितिन पटेल बीजेपी के सबसे दिग्गज पटेल नेता के तौर पर अपना स्थान मजबूती से रखते आए हैं। गुजरात की पूर्व मुख्‍यमंत्री आनंदीबेन पटेल के इस्‍तीफा देने के बाद भी नितिन पटेल का नाम मुख्‍यमंत्री पद की रेस में शामिल था। वह उस समय भी गुजरात के डेप्‍युटी सीएम थे। किशोरावस्था से ही नितिन पटेल राजनीति के क्षेत्र में कूद पड़े थे। गुजरात में हुए नवनिर्माण आंदोलन में उन्होंने कडी इलाके के महामंत्री के तौर पर हिस्सा लिया था। बहुत पहले से वह बीजेपी के साथ जुड़ गए थे। उनके करीबी कहते हैं कि बीजेपी के साथ जुड़ने में सबसे महत्वपूर्ण उनका हिन्दुत्व की विचारधारा के प्रति लगाव है।

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PM मोदी और अमित शाह के खास हैं सीआर पाटिल
नवसारी से सांसद सीआर पाटिल गुजरात में राजनीति के एक बड़े खिलाड़ी माने जाते हैं। उन्‍हें 2020 में गुजरात बीजेपी का नया प्रदेश अध्‍यक्ष बनाया गया। पाटिल को पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। 66 वर्षीय पाटिल अपने संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों को प्रमोट करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करने में माहिर हैं। इसके जरिए वह मतदाताओं तक आसानी से पहुंच बनाते हैं। पाटिल ऐसे इकलौते सांसद हैं, जिनका ऑफिस 2015 में ही आईएसओ: 2009 से प्रमाणित है। यह प्रमाणपत्र उन्हें सरकारी सुविधाओं के बेहतर प्रबंधन और निगरानी के लिए दिया गया। पीएम ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी समन्वय की जिम्मेदारी पाटिल को ही सौंपी थी। वह वाराणसी में प्रधानमंत्री के चुनाव की जिम्मेदारी भी उठा चुके हैं। अहम बात यह है कि सीआर पाटिल गैर पाटीदार नेता हैं। पाटिल दो बार अपना चुनाव 5 लाख से ज्यादा मतों से जीत चुके हैं।

मनसुख मांडविया, पुरुषोत्‍तम रुपाला, नितिन पटेल और सीआर पाटिल (बाएं से दाएं)

मनसुख मांडविया, पुरुषोत्‍तम रुपाला, नितिन पटेल और सीआर पाटिल (बाएं से दाएं)



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