मोरार जी देसाई

भारत के चौथे प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई भी इस पद तक पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री रहे थे। इमर्जेंसी के बाद केंद्र में मोरार जी के ही नेतृत्व में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार बनी थी। वह 24 मार्च 1977 से 28 जुलाई 1979 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। पीएम बनने से पहले वह 1952 से 1956 तक तत्कालीन बॉम्बे प्रांत के मुख्यमंत्री रहे थे। बाद में 1960 में बॉम्बे राज्य की जगह पर आज के महाराष्ट्र और गुजरात वजूद में आए।
चौधरी चरण सिंह

किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी चरण सिंह 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। वह भी प्रधानमंत्री बनने से पहले दो बार यूपी के मुख्यमंत्री रह चुके थे। 1967 में कांग्रेस से अलग होने के बाद उन्होंने बहुजन क्रांति दल नाम से अलग पार्टी बनाई। राम मनोहर लोहिया और राज नारायण जैसे नेताओं की सहयोग से 3 अप्रैल 1967 को वह पहली बार यूपी के मुख्यमंत्री बने और 25 फरवरी तक अपने पद पर रहे। बाद में 18 फरवरी 1970 से 1 अक्टूबर 1970 तक दोबारा मुख्यमंत्री रहे।
विश्वनाथ प्रता सिंह

चौधरी चरण सिंह की तरह ही यूपी के एक और मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री बनने का गौरव हासिल है। यह नाम है विश्वनाथ प्रताप सिंह यानी वीपी सिंह का। वह 1989 से 1990 तक प्रधानमंत्री रहे। उनके ही कार्यकाल में मंडल कमिशन की ऐतिहासिक रिपोर्ट लागू की गई थी जिसके बाद ओबीसी को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की शुरुआत हुई। वीपी सिंह 1980 से 1982 के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे।
पीवी नरसिम्हा राव

भारत में आर्थिक सुधारों के जनक पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव भी मुख्यमंत्री रह चुके थे। वह भारत के प्रधानमंत्री बनने वाले दक्षिण भारत से पहले नेता थे। राव जून 1991 से मई 1996 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। वह 1971 से 1973 के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके थे। उनके ही कार्यकाल में बतौर वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने भारत में आर्थिक सुधारों की नींव रखी।
एच डी देवगौड़ा

एचडी देवगौड़ा जून 1996 से अप्रैल 1997 तक प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने संयुक्त मोर्चा सरकार की अगुआई की। प्रधानमंत्री बनने से पहले तक वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री थे। वह 11 दिसंबर 1994 से 31 मई 1996 तक मुख्यमंत्री रहे। सीएम पद से इस्तीफे के बाद उन्होंने 1 जून 1996 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, वह प्रधानमंत्री के तौर पर एक साल भी पूरा नहीं कर पाए।